भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की मांग पर प्रदर्शन


भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में  शामिल करने की मांग को जोरदार ढंग से उठाकर सरकार पर दवाब बनाने की रणनीति के तहत पूर्वांचल  एकता मंच , भोजपूरी  समाज  दिल्ली, अखिल भारतीय बोह्ज्पुरी सहियता सम्मलेन व भोजपुरी के अन्य कई संगठनो की अगुआई में  देश के विभिन्न क्षेत्रों में  भोजपुरी के लिए संघर्षरत अनेक संगठनो ने बुधवार को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया .



संसद के पिछले सत्र में तत्कालीन गृह मंत्री पी के  चिदंबरम हे यह भरोसा दिया था की मानसून सत्र में  भोजपुरी को संवेधानिक मान्यता दिलंत वाला बिल संसद में  प्रस्तुत किया जायेगा। लेकिन मानसून सत्र में  सरकार ने इस पर कोई पहल नहीं की . इस मौके पर बुद्धिजीवियों, भोजपुरी प्रेमियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने अपना रोष प्रकट किया। इसके बाद प्रधान मंत्री, गृह मंत्री व लोकसभा अध्यक्ष को भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवी अनुसूची में शामिल करने के आशय का ज्ञापन  भेजकर इस विषय पर जल्द कार्यवाही की मांग की गयी।

इस अवसर पर बोलते हुए संसद उमा शंकर सिंह ने कहा की इस मुद्दे को लेकर संसद के मौजूदा सत्र में उन्होंने संसद रघवंश प्रसाद सिंह के साथ यु पी ए  अध्यक्ष सोनिया गाँधी से मुलाकात की ओउर उन्हें सरकार की ओउर से मानसून सत्र में दिए गए आश्वासन की याद दिलाई। यह सत्र तो हंगामे की भेंट चढ़ता दिख रहा हे लिकिन हमें विश्वास के की अगले संसद सत्र में यह मांग पूरी हो जाएगी।

भोजपुरी समाज दिल्ली के अध्यक्ष अजित दुबे ने कहा की पिछले सत्र में तब के गृह मंत्री पी चिदंबरम की ओउर से आश्वासन दिए जाने के बावजूद भी मानसून सत्र में संसद में पेश शोने वाले बिलों इए सूची में यह मुद्दा शामिल नहीं है। पूर्वांचल एकता मंच अध्यक्ष शिवजी सिंह ने कहा की अब आर-पार की लड़ाई का समय आ गया है। सरकार अपने आश्वासन को अविलम्ब पूरा करे अन्यथा गाव से लेकर दिल्ली तक जनांदोलन किया जायेगा।

अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मलेन के महामंत्री डा . गुरुचरण सिंह ने कहा के पिछले चालीस साल से भोजपुरी भाषा को संवेधानिक मान्यता दिलाने हेतु प्रयास को सरकार हलके में न ले।कुंवर वाहिनी के अध्यक्ष प्रो जीतेन्द्र स्वामी ने कहा की सरकार भोजपुरी भाषा, साहित्य व संस्कृति को कमतर आंकने का प्रयास न करे। सरकार भोजपुरी को 8वी सूची में रखने की मांग को तुरंत पूरा करे।

इस मौके पर वहां हजारों की संख्या में उपस्थित भोजपुरी जन समुदाय को पी पाण्डेय, वी पी सिंह, संतोष पटेल, मनोज भावुक, निगम पार्षद सत्येन्द्र सिंह, निर्मल सिंह, मुकेश कुमार सिंह, एल एस प्रसाद, रामेश्वर सिंह, श्रीकांत यादव, श्रीकांत विद्यार्थी, विनोद श्रीवास्तव व अमरेन्द्र सिंह आदि ने भे संबोधित किया।  

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