अलीपुर में कन्या भूर्ण हत्या पर कानूनी जागरुकता कैंप का आयोजन


सोशल डेवलेपमैंट वेलफेयर  सोसाइटी द्वारा राष्ट्रीय महिला आयोग, भारत सरकार के सहयोग से दिल्ली में कन्या भूर्ण हत्या पर कानूनी जागरुकता के लिए अभियान छेड़ रखा है। संस्था अध्यक्ष नरेश लाम्बा जी बताया कि संस्था द्वारा अलीपुर में यह लगातार तीसरा कैंप है। इससे पहले द्वारका व नजफगढ़ के ग्रामीण क्षेत्र जाफर पुर में भी कैंपो का आयोजन किया जा चुका है।लगभग 2 सालों से संस्था छोटे-छोटे कैंपो द्वारा लोगो कन्या भ्रूण हत्या का बहिष्कार करने व समाज में बालिकाओं की कमी उत्पन्न हो रही समस्याओं पर जागरुकता लाने के लिए प्रयासरत है।



अलीपुर में दो दिवसिय कैंप का आयोजन किया गया जिसमें पीसी एण्ड पीएनडीटी ऐक्ट 1994 व दी मेडिक्ल टर्मीनेशन आफ प्रेगनैंनसी ऐक्ट के बारे में लोगो को जागरुक किया गया। इस अवसर मुख्य प्रवक्ता डा0 के एस भाटी, वरिश्ठ अधिवक्ता सुप्रीम कोर्ट आफ इण्डिया ने बताया कि कन्या भ्रूण हत्या व लिंग जाँच कानूनन अपराध है। इस ऐक्ट में दिए गए प्रावधानों के अनुसार लिंग जाँच तथा गैर कानूनी रुप से गर्भपात करवाने व करने वाले व्यक्तियों को 3 से 5 साल तक की सजा और 10 हजार से 1 लाख तक का जुर्माना हो सकता है। डा0 भाटी  ने बताया कि किन किन परिस्थितियों में कानूनी रुप से गर्भपात वैध होता है। मीडिया से आई प्रोमा भट्टाचार्य ने बताया कि लगातार हो रही लड़कियों की कमी से महिलाओं के प्रति हिंसा बढ़ रही है व अन्य प्रकार से भी सामाजिक असंतुलन पैदा हो रहे है। संस्था अध्यक्ष ने कहा कि इस बुराई का एक सबसे बड़ा कारण लड़कियों के प्रति सारी उम्र देनदारियों वाला नजरिया रखना भी है और लड़की की शादी व शादी के बाद के तथा अनावश्यक परम्पराओं के खर्चो का भय इस बुराई कों बढ़ावा दे रहे है। अभी हाल ही में गुजर्र समाज ने बेटी बचाओं - संस्कार लाओं अभियान छेड़ दिया है जिसके तहत उनके प्रतिनिधि विभिन्न पंचायतों से मिलकर शादी में अनावश्यक खर्चो जैसे भारी-भरकम बारात, शराब  मंहगा खानपान व डीजे इत्यादि का बहिष्कार करने के लिए समाज से अपील कर रहे है। यह एक बहुत ही अच्छी शुरुआत है। इस सामाजिक बुराई का हम सभी ने मिलकर बहिष्कार करना है और हम इसको तभी समाप्त कर सकते है जब हम इसके कारणों को समाप्त कर देगें।


 प्रथम दिन मुख्य अतिथि क्षेत्रिय निगम पार्शद अरुणा जी ने संस्था का धन्यवाद देते हुए कहा कि आंकड़े बताते है कि हमारे क्षेत्र मे यह स्थिति काफी चिंताजनक है आपने हमारे क्षेत्र को इस आयोजन के लिए चुना हम इसके लिए संस्था को धन्यवाद देते है। उन्होने महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि केवल एक महिला ही महिला को समझा सकती है आप अपने सम्पर्क में आने वाली गर्भवती महिलाओं व नई बहुओं को लिंग जाँच न करवाने व इसके लिए दिए गए कानूनी प्रावधानों से उसको अवगत कराए। अन्य प्रवक्ताओं ने कन्या भूर्ण हत्या के बढ़ने के कारणो तथा इससे उत्पन्न समस्याओं पर सबका ध्यान आकर्षित किया। दुसरे दिन संस्था द्वारा भूर्ण हत्या को रोकने पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में ज्ञान माडॅल पब्लिक स्कूल, अलिपुर की छात्राओं ने अपने गीतों व प्रस्तुती से सभी को कन्या के प्रति अपना नजरिया बदलने के लिए अपील की। इसी विद्यालय की आठँवी कक्षा की छात्रा कु0 मोनिका ने ’बाहर लिकड़ कै तेरे पेट तै, कर दूं सेवा थारी माँ - गर्भ बिचालः मतना मारः मै देखुँ दुनियादारी माँ’ गीत से उस अजन्मी लड़की की मार्मिक आवाज लोगो तक पहुँचाई जो गर्भ में मार दी जाती है। संस्था महासचिव सतबीर सिंह राणा ने मोनिका को सम्मानित करते हुए कहा कि हम इस छात्रा को संस्था के बेटी बचाओं अभियान के लिए विशेष सम्मानित छात्रा के रुप में सम्मानित करते है और इस प्रकार के सभी कार्यक्रमों में हम इस छात्रा को आमंत्रित किया करेगें जिसके लिए वाहन आदि की व्यवस्था संस्था स्वंय करेगी। कार्यक्रम में गाँव नया बांस, अलिपुर, जींदपुर, मुखमेलपुर, खेड़ा कलां व आस पास से आई लगभग 150 महिलाओं व पुरुषों ने भाग लिया। मुखमेल आरडब्लुए के महासचिव श्री रणबीर सिंह राणा ने संस्था से आग्रह किया कि आप हमारे गाँव में भी इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन करें इसके लिए हम हरसंभव सहयोग करेगें।

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