दिल्ली देहातों के गांवों के साथ होता है सौतेला व्यवहार- राजेश गहलोट


चुनावी दिनों के नजदीक आते ही नेताओं में चुनावों को लेकर जो सुरूर व गहमागहमी बढ़ती जा रही है, उसको देखते हुए इन प्रत्याशियों का चुनाव प्रचार अभियान भी और तेज होता जा रहा है। अपनी आज की पदयात्रा में मटियाला विधानसभा से विधायक पद के उम्मीदवार राजेश गहलोट ने मटियाला विधानसभा के अंतर्गत आने वाले गांवो में कागनहेड़ी गांव, बडू सरास, नानक हेड़ी , झटीकरा, शिकारपुर, पंडवाला खुर्द रेवला खानपुर तथा पपरावट गांवों में प्रचार किया। भाजपा प्रत्याशी राजेश गहलोट के धुंआधार प्रचार से जनता स्वंय ही उनके प्रचार व जनसंर्पक अभियान से जुड़ रही है। ऐसी ही जनता में से हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष गोपी चंद गहलोट ने कहा कि इस निकम्मी सरकार को एक तरफ धक्का देने की जरूरत है। ताकि किसानों के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार खत्म हो और किसानों को सही न्याय मिल सके। दिल्ली ग्रामीण समाज के उपाध्यक्ष महेंद्र राणा ने जोरदार आवाज में कहा कि- दिल्ली में 410 गांव थे। दिल्ली सरकार की वजह से मात्र 350 गांव ही शेष रह गए हैं। 60 गांवों का तो अस्तित्व सिर्फ रेवेन्यू रिकार्ड में ही रह गए हैं। इस बार पूरा दिल्ली ग्रामीण समाज व देहात समाज भाजपा व राजेश गहलोट के साथ है। 

गहलोट के झटीकरा गांव की पदयात्रा के दौरान सुरेंद्र मटियाला ने कहा कि राजेश गहलोट कोई व्यापारी नहीं हैं, वे भी हमारी तरह किसान परिवार से हैं व किसानों का दर्द भली-भांति जानते हैं। वे हमेशा किसानों के हक के लिए आवाज उठाते रहें हैं। झटीकरा गांव में बिजली की लाईटें सबसे पहले गहलोट ने लगवाईं हैं। दिल्ली देहात की सुध सिर्फ साहिब सिंह वर्मा ने ही ली थी। उनके बाद एक ही व्यक्ति हैं राजेश गहलोट। पंडवाला खुर्द के निवासी शेर सिंह ने कहा कि- हिंदुस्तान के हर व्यक्ति को यह अधिकार है कि वो अपना वोट किस उम्मीदवार को देना चाहता है। नेता आम आदमी की पहुंच से बाहर है। वोट मांगने के समय आगे बढ़-बढ कर हाथ मिलाने के साथ गले भी लगाते हैं , मगर अपनी समस्याओं के तहत इनके कार्यालयों के महीने चक्कर लगाने पड़ते हैं। मैं यहां यह कहूंगा कि जमीन से जुड़े, विकास के प्रतीक एवम् जनता के बीच रहने वाले राजेश गहलोट को ही अपना मत दें। उन्होंने आगे कहा कि- हम 21वीं सदी के गांवों में रहते हैं जहां शहर व गांवों के बीच भेद खत्म हो जाना चाहिए, मगर हमारे गांवों के स्कूलों में आज तक विज्ञान विषय ही नहीं है। इससे भारत के ये भविष्य रूपी बच्चे आगे प्रतियोगिताओं में कैसे टक्कर दे पायेंगे? ज्ञात हो कि आने वाली 23 तारीख को भाजपा की ओर से पीएम पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी राजेश गहलोट का समर्थन करने व दिल्ली देहातों के हालातों का जायजा लेने के लिए मटियाला विधानसभा मे आ रहे हैं। इस मौके पर राजेश गहलोट ने जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुस्तान चांद पर पहुंच रहा है और हमारे दिल्ली देहात के गांवों में यातायात का कोई सुचारू साधन भी नहीं हैं। पुरानी, खड़खड़ी व खराब बसों को देहातों में चलने के लिए लगा रखा है जो थोड़ी दूर चलने पर खराब होकर रूक जाती है। इस मौके पर सतप्रकाश शौकिन, निगम पार्षद प्रदीप, रमेश शौखन्दा, रमेश गहलोट, सुरेंद्र मटियाला, महंेद्र सिहं राणा, सतवीर मटियाला, मास्टर करतार, गोपी चंद गहलोट पूर्व अध्यक्ष हरियाणा विधानसभा, बाल किशन यादव तथा सुल्तान यादव प्रधान पपरावट गांव ने पदयात्रा में शामिल हुए। 

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