जीवन को प्रकाशित करती है शिक्षा : डॉ. किरण बेदी


नवज्योति इंडिया फाउंडेशन द्वारा संचालित बच्चों के नेतृत्व वाले विश्वविद्यालय ‘नवज्योति बाल गुरकुल’ ने शाह ऑडिटोरियम में अपना प्रथम स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया। इस दौरान ‘बाल गुरकुल’ के बच्चों ने अपने आप में विविध आयामों को समेटे नाट्यमंचन से जहां एक ओर बालश्रम, नशाखोरी आदि बुराईयों को दूर कर ज्ञान एवं कौशल की अलख जगाने का संदेश दिया, वहीं अपनी अद्भुत कौशल प्रतिभा से बड़ी संख्या में उपस्थितजनों को मंत्रमुग्ध तथा भाव-विभोर कर दिया।

नाट्यप्रस्तुति से भावुक हुई पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं नवज्योति इंडिया फाउंडेशन की महासचिव डॉ. किरण बेदी अपने आंसुओं को रोक न सकी। रुंधे गले से उन्होंने कहा कि 16 नवंबर 2013 को उत्तर पश्चिम जिले के कराला मे नवज्योति बाल गुरकुल की स्थापना के समय उन्होंने जो सपने संजोये थे, वो हूबहू फलीभूत हुए हैं। अब पूर्ण विश्वास हो गया है कि हम बाल समुदाय में शिक्षा, संस्कार एवं कौशल आधारित नेतृत्व का विकास कर उन्हें सामुदायिक सेवा एवं राष्ट्र निर्माण में अहम भागीदार बनाने में सफल होंगे।

डॉ. किरण बेदी ने कहा कि शिक्षा अज्ञानता के अंधकार को दूर कर जीवन को प्रकाशमय बनाता है। हमारा लक्ष्य है कि झुग्गी-झोपड़ी बहुल क्षेत्र बवाना में जन-जन तक शिक्षा की रोशनी फैलाकर आगामी विश्व साक्षरता दिवस हम ‘साक्षर बवाना’ के रूप में मनाएं। फिर धीरे-धीरे देश के कोने-कोने तक शिक्षा की अलख जगाकर ‘साक्षर भारत’ के सपनें को साकार करें। इस कार्य में रोटरी क्लब ने भी हमें पूर्ण सहयोग का भरोसा दिलाया है। जिस प्रकार रोटरी क्लब ने ‘पोलियो मुक्त भारत’ बनाने में सफलता पायी अब उसी तरह वह ‘निरक्षरता मुक्त भारत’ बनाने में हमारा सहयोग करेगा।

डॉ. किरण बेदी ने प्रधानमंत्री के ‘स्वच्छ भारत अभियान’ को एक महत्वपूर्ण पहल बताते हुए इसके साथ साक्षरता को भी समाहित किए जाने की जरुरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि वे स्वच्छता एवं साक्षरता को एक ही सिक्के के दो पहलू मानती हैं। इनका सह अस्तित्व है और दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। इसीलिए अब वे अपने मिशन के ध्येय वाक्य में स्वच्छता को भी शामिल कर रही हैं। अबसे उनका मकसद ‘स्वच्छ, साक्षर,समर्थ एवं संस्कारित भारत’ का निर्माण करना है।

शिक्षा, संस्कार एवं सेवा के क्षेत्र में लम्बे समय से सक्रिय अपार इंडिया फाउंडेशन के फाउंडर चेयरमैन एवं राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता श्री राजकुमार जैन ने ‘नवज्योति बाल गुरकुल’ की कार्यप्रणाली पर विस्तृत प्रकाश डालते डॉ. किरण बेदी के प्रयासों को बेहद सार्थक बतलाया। उन्होंने उन्होंने बताया कि नवज्योति फाऊंडेशन अपने‘बाल गुरुकुल’ के करीब 300 केन्द्रों के माध्यम से दिल्ली के विशाल झोंपड़पट्टी क्षेत्र में3000 से भी अधिक बच्चों को अपने समुदाय के प्रति जिम्मेदारी सिखाने के संस्कार दे रहा है। यह सचमुच ही उत्तर-पश्चिमी दिल्ली की झोंपड़ पट्टियों में बच्चों को सदाचारक जीवन मूल्य सिखाने वाली यूनिवर्सिटी जैसा प्रयास है।

बच्चों ने सामुदायिक जरूरतों के आधार पर किताबी पढ़ाई, चरित्र निर्माण व सदाचारक शिक्षा, खेल, योग, परफार्मिंग आटर्स, आई.टी., व्यवसायिक कौशल, जैंडर एवं पर्यावरण अध्ययन जैसे विभिन्न विभाग चिन्हित किए हैं और विभागाध्यक्ष व बच्चों की फैकल्टी द्वारा मिलकर स्वयं इसका प्रबंधन किया जाता है। ये बच्चे न केवल स्वयं विद्या अर्जित करते हुए बड़े हो रहे हैं बल्कि आसपास के बच्चों को शिक्षित-प्रशिक्षित कर लोगों के अंदर सामुदायिक सेवा एवं राष्ट्र निर्माण की भावनाओं का संचार भी करते हैं। ‘बाल गुरुकुल’ के कुलपति, पंजीयक और विभाग प्रमुखों का चयन भी इन्ही बच्चों के बीचसे किया गया है।

स्थापना दिवस समारोह के दौरान रोटरी क्लब, दिल्ली ने ‘बाल गुरुकुल’ के बच्चों को गर्म कपड़े प्रदान किए। साथ ही स्मारिका का विमोचन एवं एक्टिविटी बोर्ड का अनावरण भी किया गया। इस दौरान रोटरी क्लब के डिस्ट्रिक गवर्नर श्री संजय खन्ना,नवज्योति इंडिया फाऊंडेशन के फाउंडर ट्रस्टी श्री महादेव मेहता सहित कई अन्य गणमान्य, सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे। आयोजन में फाऊंडेशन से जुड़ी सुश्री नीतू, साक्षी, चांदनी, गणेश एवं सनी नागपाल आदि की भूमिका सराहनीय रही।

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