86वीं जयंती पर भारत के महान वैज्ञानिक स्वर्गीय डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धा सुमन अर्पित

आदर्श ग्रामीण समाज, दि ऑर्ट ऑफ गिविंग फॉउंडेशन चेरिटेबल ट्रस्ट, सर्वेंट ऑफ हृयूमनिटी, नेशनल चाइल्ड एंड वूमन डवलपमेंट चेरिटेबल ट्रस्ट, नेशनल मीडिया नेटवर्क एवं अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ के संयुक्त तत्वावधान में आज संघ के उत्तर पश्चिमी दिल्ली के रोहिणी सेक्टर-36 स्थित मुख्यालय बरवाला में संघ के राष्ट्रीय महासचिव दयानंद वत्स की अध्यक्षता में पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साहेब की 86वीं जयंती पूर्ण सादगी और श्रद्धा पूर्वक मनाई गई। श्री वत्स ने कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से श्री कलाम साहब के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर अपने संबोधन में श्री वत्स ने कहा कि कलाम साहब ने डीआरडीओ और इसरो में अपने कार्यकाल के दौरान भारत को मिसाइल तकनीक और अंतरिक्ष विकास के क्षेत्र में जो सफलता अर्जित की उससे भारत के तकनीकी कौशल का लोहा समूचे विश्व ने माना। भारत में उनके द्वारा शांति पूर्ण उद्देश्यों के लिए किए गए परमाणु परीक्षणों में उनकी प्रमुख भूमिका ने उन्हें भारत सहित विश्व पटल पर सबका चहेता बना दिया। बैलेस्टिक मिसाइल तकनीकी विकास के बाद वे मिसाइल मैन के नाम से प्रसिद्ध हुए। श्री वत्स ने कहा कि उनका एक ही सपना था कि भारत विजन 2020 तक विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करे। बच्चों से उन्हें खासा लगाव था ओर उन्होनें शिक्षण कार्य राष्ट्रपति बनने के बाद भी जारी रखा।

श्री वत्स ने कहा कि स्वर्गीय डॉ. कलाम सादगी की प्रतिमूर्ति थे। उनका व्यक्तित्व एवं कृतित्व प्रेरणादायी
है। वे भारत की युवा पीढी को विज्ञान ओर तकनीकी 86के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी बनाने के लिए सदैव प्रोत्साहित करते रहते थे।

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