एस.एस.डोगरा
तेरी अदायगी ने हर फिल्म को हिट कर डाला
बॉलीवुड की तमाम महफ़िल को खुशगवार कर डाला
जी हाँ ये शेर खुद ब खुद जुबां पर आ जाता है जब रेखा जैसी महान अदाकारा का जिक्र आता है.
“दिल चीज क्या है आप मेरी जान लीजिए,
बस एक बार मेरा कहा मान लीजिए”
“देखा एक ख्वाब तो, ये सिलसिले हुए
दूर तक निगाहों में हैं फुल खिले हुए
ये गिला हैं आप की निगाहों से
फुल भी हो दरमियाँ तो फासलें हुए”
जैसे दिलकश गानों पर अभिनय से करोड़ों दिलों पर राज करने वाली खुबसूरत अदाकारा रेखा ने बॉलीवुड में अपनी खासी पहचान बनाई . १० अक्टूबर १९५४ को मद्रास में पुष्पावल्ली (माता), जेमिनी गणेशन(पिता) से जन्म लिया. दोनों ही कलाकार थेइसीलिए रेखा के खून में भी कला कूट कूट भरी थी. अपने फ़िल्मी जीवन की शुरुआत बतौर एक बाल कलाकार तेलुगु फ़िल्म रंगुला रत्नम से कर दी थी, लेकिन हिन्दी सिनेमा में उनकी प्रविष्टि १९७० की फ़िल्म सावन भादों से हुई। उसके बाद तो मानो रेखा अपनी अदायगी से पूरी फिल्म नगरी में अपने अभिनय कौशल से धूम ही मचा दी. भला भारतीय फिल्म इतिहास में उन्हें कौन भुला सकता है. उन्होंने अपने अभिनय केरियर के चार दशकों में 180 से अधिक फिल्मों में लीड रोल किए.
उन्हें फिल्म उमराव जान में बेहतरीन अभिनय करने के लिए सन १९८१ में राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया. खुबसूरत फिल्म में नटखट लड़की की भूमिका१९८१ में तथा १९८९ में खून भरी मांग फिल्म के लिए फिल्मफेयर अवार्ड मिला. इसी दौरान फ़िल्मी सफ़र में मिस्टर नटवरलाल, मुक्कदर का सिकंदर, सिलसिला जैसे अनेक फिल्मों में संग साथ अभिनय के कारण सुपरस्टार अमिताभ बच्चन जी के साथ काफी रोमांस चर्चा में रहा. सूत्रों के मुताबिक, १९८१ में सिलसिला फिल्म की अपार सफलता के बाद जया बच्चन ने आत्महत्या तक का प्रयास किया और उस घटना के बाद दोनों ही ने उसके बाद इक्कठा काम ही नहीं किया. उसके बाद उन्होंने सन 1९९० में व्यवसायी मुकेश अग्रवाल से विवाह रचाया मगर एक वर्ष के भीतर ही मुकेश ने आत्म हत्या कर फिर से रेखा का जीवन सूना हो गया. वैसे इसके आलावा उनके रोमांस की चर्चा अभिनेता विनोद मेहरा का नाम भी सुर्ख़ियों में रहा. फ़िल्मी स्क्रीन पर अपार सफलता पाने वाली सरीखी अभिनेत्री रेखा निजी जीवन में खुशहाल परिवार नहीं बना पाई. अपने चेहरे के बाएँ गाल पर तिल तथा मोहक अदाओं कुशल अभिनय के लिए मशहूर सिने तारिका रेखा के दीवानों की आज भी कमी नहीं है.
वर्ष २०१० में भारत सरकार ने उन्हें प्रतिषिठित पदम् श्री पुरस्कार से नवाजा.
वर्ष २०१२ में उन्हें भारत सरकार की तरफ से राज्य सभा के लिए विशेष सम्मान में सांसद के तौर मनोनीत किया गया. आज उनके जन्मदिवस पर ढेर सारी शुभकामनाएँ.
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HAPPY B'DAY REKHA JI.