COMPLAIN AGAINST - CORRUPT - DISTRICT FOOTBALL ASSOCIATION DEHRADUN AND UTTARAKHAND STATE FOOTBALL ASSOCIATION

दिनाॅंक 09 अक्टूबर 2017 को जिला फुटबाल संघ देहरादून के कार्यवाहक सचिव उस्मान खान व उनके अन्य साथियों द्वारा प्रेस वार्ता के तहत विरेन्द्र सिंह रावत द्वारा चलाई जा रही उत्तराखंड फुटबाल रैफरी ऐशोसिएसन एवं देहरादून फुटबाल ऐकेडमी को फर्जी बताया गया है जो कि सरासर गलत है। इस विषय में श्री विरेन्द्र सिंह रावत जो कि उत्तराखंड फुटबाल रैफरी ऐशोसिएसन के सचिव एवं देहरादून फुटबाल ऐकेडमी के संस्थापक अध्यक्ष है द्वारा बताया गया कि उत्तराखंड फुटबाल रैफरी ऐशोसिएसन वर्ष सितम्बर 2011 सेे 2021 तक वैध है और देहरादून फुटबाल ऐकेडमी सितम्बर 2012 से 2020 तक वैध है उत्तराखंड सरकार की सोसाईटी एक्ट 1860 मे विधिवत पंजीक्रत है आज तक का पूरा लेखा जोखा का ब्योरा सोसाईटी एक्ट कार्यालय शास्त्री नगर देहरादून में दिया जाता रहा है जिसकी पूरी छानबीन पूर्व तेजराज पटवाल द्वारा वर्ष जूलाइ्र्र से अक्टूबर 2015 में पुलिस व एस0टी0एफ0 से भी करवा ली थी जिसमें एस0टी0एफ0 की फाईनल रिपोर्ट में साफ साफ तौर पर देहरादून फुटबाल एकेडमी का संस्थापक अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह रावत को बताया है न कि तेजोराज पटवाल जिसकी छानबीन देहरादून एस0टी0एफ0 से भी ले सकते है लेकिन इसके बावजुद आज भी जिला फुटबाल एसोसिऐशन की मिलीभगत से कार्यवाहक सचिव उस्मान खान ने भी प्रेस वार्ता में तेजोराज पटवाल को देहरादून फुटबाल एकेडमी फुटबाल क्लब का अध्यक्ष बताया है सोसाईटी एक्ट 1860 मे कहीं भी पंजीक्रत नही है ये सिर्फ फुटबाल खिलाडियों को गुमराह करने के लिए किया जा रहा है।
आपको यह भी विदित कराना आवश्यक है कि आर.टी.आई के तहत जिला फुटबाल संघ देहरादून के विषय में जानकारी निकलवाई गई व ज्ञात हुवा कि जिला फुटबाल संघ देहरादून 2000 से कार्यरत है व सोसाईटी एक्ट 1860 मे 2008 तक पंजीक्रत रही है लेकिन उसके पश्चात 2009 से आज तक सोसाईटी एक्ट में पुनंः पंजीक्रत नही करवाया गया जो कि नियमानुसार गलत है व इनके गलत तरीके से उत्तराखंड सरकार से अनुदान लिया जा रहा है जिसका लेखा जोखा इन्होने सोसाईटी एक्ट में 2009 से आज तक नही दिया व न ही पुनः पंजीकरण करवाया गया है इससे साफ जाहिर होता है कि कौन सच्चा व कौन झूठा है।

यह भी विदित करवाना है कि जिला फुटबाल संघ देहरादून के सचिव श्री देवेन्द्र सिंह बिष्ट जो कि 2000 से आज तक सचिव पद पर कार्यरत है के द्वारा उस्मान खान को जिला फुटबाल संघ देहरादून का कार्यवाहक सचिव क्यों और किस परिस्थिति में बनाया यह देवेन्द्र सिंह बिष्ट भली भांति जानते है क्योंकि इन्होने 2009 से आज तक जिला फुटबाल संघ देहरादून सोसाईटी एक्ट 1860 मे नवीनीकरण नही करवाई व इसका लेखा जोखा भी नही दिया गया इसी आभास से अपने को बचाने के लिए पिछले दो माह कें अंतराल में जिला फुटबाल संघ देहरादून के क्लबों एवं सदस्यों की सहमति के बिना उस्मान खान को कार्यवाहक सचिव बनाया गया व प्रेस वार्ता हेतु लैटर पैड पर जिला फुटबाल एसोसियेशन देहरादून के सचिव देवेन्द्र सिंह बिष्ट का भी कही नाम नही है व इसका पता भी ओ0एन0जी0सी0 केालोैनी, देहरादून से बदल कर यूनिक ट्रेडिंग ऐस्टेट 112 माजरा सहारनपुर रोड देहरादून दर्शाया गया है जिसके अध्यक्ष आरेन्द्र शर्मा व कोषाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह दर्शाया है सोसाईटी एक्ट 1860 में पंजीक्रत नही है जबकि पूर्व अध्यक्ष जोगिन्द्र सिंह पुंडीर व कोषाध्यक्ष बी0एस0 रावत पंजीक्रत है जौ कि सरासर गलत है व अपनी मनमर्जी चलाई जा रही है व फुटबाल को बढावा देने की बजाय नुकसान पहुंचाने का काम किया जा रहा है जिस पर उत्तराख्ंाड सरकार को संज्ञान लेना चाहिए।

अंत अंत में यह ज्ञात करवाना आवश्यक है कि बिरेन्द्र सिंह रावत की उत्तराखंड फुटबाल रैफरी ऐसोसिएशन जो सितम्बर 2011 से व देहरादून फुटबाल ऐकेडमी सितम्बर 2012 से उत्तराखंड सरकार की सोसाईटी एक्ट 1860 मे विधिवत पंजीक्रत है की मान्यता प्र्राप्ती हेतु 2011-12 में उत्तराखंड औलंम्पिक ऐशोसिएसन व उत्तराखंड स्टेट फुटबाल ऐशोसिएसन मेंल द्वारा भेजा गया था लेकिन कोई उचित जबाब नही आने पर अगली कार्रवाई इस आशय से शुरू की गई जब यह ज्ञात हुआ था कि जिला फुटबाल संघ देहरादून स्वंय ही 2009 से पंजीक्रत नही है इसलिए उत्तराखंड फुटबाल रैफरी ऐशोसिएसन एवं देहरादून फुटबाल ऐकेडमी ने अपना उत्तराखंड में फुटबाल ग्रासरूट का कार्य प्रारम्भ कर दिया जिससे कि 550 खिलाडी कोच एवं रैफरी का भविष्य उज्जवल भविष्य बनाया जिस कारण आज श्री विरेन्द्र सिंह रावत को भारत सरकार की विभिन्न संस्थाओं से छ नेशनल और एक इंटरनेशनल फुटबाल कोचिंग अवार्ड 2017, अवार्ड जैसे नेशनल रिकोजिनेशन अवार्ड 2017, ए0एफ0सी0 ग्रासरूट अवार्ड 2017, मैजर ध्यानचन्द स्पोर्ट फुटबाल अवार्ड 2016, राष्ट्रीय खैल सेवा रतन अवार्ड 2016, आउटस्टेंडिंग एचिवमेंट स्पोर्टस अवार्ड 2016 एवं नेशनल प्रोत्साहन अवार्ड 2015 जबकि जिला फुटबाल संघ देहरादून द्वारा पिछले 16 वर्षो में कोई खास कार्य नही किया गया है व न ही कोई अवार्ड हासिल किया इससे जाहिर होता है कि ये उत्तराखंड में फुटबाल खिलाडियों के साथ कैसे छलावा कर रहे है व मणगणत आरोप लगा रहे है व हमारे देश में यही विडंबना है कि जो कोई काम कर रहा है तो उसका मनोबल बढाने की बजाय नीचे गिराने की कोशिश करते रहते है ना हम करे न तुमको करने दे। उस्मान खांन के पास खुद के नाम का और जिला एसोसियेशन के नाम का मान्यता का कोई भी पत्र नही है।

आज श्री विरेन्द्र सिंह रावत का फुटबाल खिलाडी जितेन्द्र सिंह बिष्ट उत्तराखंड का नाम रोशन कर रहा है जो कि फीफा अंडर 17 फुटबाल वर्ड कप में एक मात्र उत्तराखण्ड से खेल रहा है व एक अन्य खिलाडी भारतीय सीनियर टीम से अनिरूद थापा खैल रहा है इस मुकाम तक पहुचाने के लिए विरेन्द्र सिंह रावत का समर््ाथन करना चाहिए न कि काम करने वाले के खिलाफ प्रेस वार्ता कर फुटबाल खिलाडियों के साथ छलावा की जाये।
कार्यवाहक सचिव उस्मान खान द्वारा विरेन्द सिंह रावत पर प्रतिबंध लगाने की बात कही गई है जो कि नही लगा सकते क्योंकि उत्तराखंड फुटबाल रैफरी ऐसोसिएशन व देहरादून फुटबाल ऐकेडमी अपने आप में सोसाईटी एक्ट 1860 में रजिस्टर्ड है व प्रतिबंध लगाने वाले खुद ही पूर्णरूप पंजीक्रत नही है व सिर्फ जिला फुटबाल संघ देहरादून चलाकर पैसा उगाही का कार्य कर रहे है।

Labels: , ,