एसएस डोगरा ने लोकतंत्र के चार स्तम्भों कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका और मीडिया के अलावा पांचवा स्तम्भ यूथ को बताया। उन्होंने कहा कि यूथ में वो ताकत है जो असंभव को भी संभव कर सके। एसएस डोगरा ने विद्यार्थियों को सफलता पाने के भी टिप्स दिए। उन्होंने उद्देश्य, विजन, व्यवहार, कार्यकुशलता और मूल्यों को सफलता के लिए आवश्यक बताया। एसएस डोगरा ने कहा कि मानवीयता, देश प्रेम, सहकारिता, जुनून, रचनात्मकता, नए विचार, सामाजिक एवं आर्थिक विकास, खेल भावना, नैतिक मूल्यों और भारतीय परम्परागत मूल्यों को रोपने से यूथ अधिक ऊर्जावान और शक्तिशाली हो सकते हैं।
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कार्यक्रम के समापन पर डीन डाॅ. सचिन बत्रा और विभागाध्यक्ष डाॅ. नरेन्द्र मिश्रा ने एसएस डोगरा और जिज्ञासा यदुवंशी का आभार व्यक्त करते हुए व्याख्यान को पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए लाभकारी बताया। काॅलेज की ओर से प्रतीक चिन्ह देकर अतिथियों को सम्मानित किया गया। इस दौरान शिक्षक बीनम यादव, संजीब कुमार मिश्रा, मोहन मिश्रा और विशाल शर्मा उपस्थित रहे।