पोषण एवं प्राकृतिक स्वास्थ्य विज्ञान संघ के द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य सम्मान समारोह का आयोजन

पोषण एवं प्राकृतिक स्वास्थ्य विज्ञान संघ के द्वारा राष्ट्रीय स्वास्थ्य सम्मान समारोह का आयोजन 27 दिसंबर 2017 को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर मल्टी परपज हॉल लोधी रोड़ नई दिल्ली में शाम 2:00 बजे से 5:00 बजे तक किया जाएगाl

स्वास्थ्य सम्मान समारोह के उपलक्ष में पोषण एवं प्राकृतिक स्वास्थ्य विज्ञान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर निक्की डबास उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य एवं पर्यावरण क्षेत्र में सराहनीय कार्य करने वाले अनेको प्रमुख विभूतियों को सम्मानित किया जाएगा तथा कुछ पिछले सालों में गैर सरकारी संस्थाएं जिन्होंने स्वास्थ्य मुख्य रूप से प्राकृतिक स्वास्थ्य तथा पर्यावरण संरक्षण जिसमें जल वायु मृदा पेड़-पौधे तथा आसपास के वातावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की हैl

आसपास पहले पर्यावरण प्रदूषण एवं गंदगी को कम करने में भागीदार रहने वाले विभिन्न सराहनीय लोक तथा संस्थाएं सम्मिलित हैं इस सम्मान समारोह में रिसर्च साइंटिस्ट डॉक्टर स्वास्थ्य क्षेत्र में शिक्षक समाज सेवी पोषण एवं खाद्य विशेषज्ञ बाल विशेषज्ञ आयुर्वेद पंचगव्य सुजोक थेरेपी फिजियोथेरेपिस्ट योग एवं संस्कार शिक्षक पर्यावरण अनुसंधानकर्ता एवं किसानों को प्रमुख स्थान प्राप्त हुआ हैl डॉक्टर निक्की डबास उन्होंने बताया कैंसर डायबिटीज हृदय रोग तथा खून की बीमारियों को रोकने के लिए चलाए जा रहे अभियान में पर्यावरण एवं समाज में दिन-प्रतिदिन हमारी आदत एवं मजबूरी बन चुकी कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं जिनके हानिकारक प्रभाव उनके कारणों को हल समेत प्रस्तुत किया जाएगाl स्वास्थ्य अनुसंधानकर्ताओं का मानना है कि लोगों की सोच एवं जीवन शैली बदलकर ही उनके जीवन स्तर में सुधार लाने की कोशिश की जा सकती हैl

पोषण एवं प्राकृतिक स्वास्थ्य विज्ञान संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर निक्की डबास जो कि सामाजिक पोषण विशेषज्ञ भी हैं उन्होंने बताया हमारा शरीर कुछ प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले रासायनिक तत्व तथा उनके मिश्रण एवं कुछ खनिज और धातु से मिलकर बना है तथा सभी की सीमित एवं उचित मात्रा ही शरीर को स्वस्थ रखने उसका उचित विकास करने तथा बीमारियों से बचाए रखने में मदद करती है अतः हमारा प्रयास इस सम्मान समारोह के माध्यम से जल, वायु,मृदा, भोजन, आसपास के वातावरण को प्रदूषण मुक्त तथा अत्यधिक जहरीले रसायनों और गैसों के प्रयोग को कम कर इन बीमारियों को किसी हद तक रोकना है जब तक हवा में जल में ओर भोजन में किसी भी कारणवश मिलाएं जाने वाले जहरीले पदार्थ की मात्रा कम नहीं होगी तब तक शरीर स्वस्थ नहीं बनाये जा सकते आज गौर करने वाली बात यह है कि बच्चे पैदा होने से पहले ही अनेकों बीमारियों से ग्रस्त होने शुरू हो गए हैं- और इसका एक मात्र कारण हानिकारक जहरीले रसायन एवं जहरीली गैस से हैं जिनकी मात्रा असीमित होती जा रही हैl

अतः किसानों को जागरुक करने का प्रयास अति आवश्यक है कि वह कम से कम जहरीले रसायनों का प्रयोग खेती में करें जिससे हवा, जल एवं मृदा के स्वास्थ्य को एवं कम से कम कीटनाशकों का प्रयोग कर वातावरण को सुरक्षित रखने में एक सक्षम योगदान देंl हमारे देश की जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा खेती करता है और यही बड़ा हिस्सा शिक्षा और धन के अभाव को भी पीड़ित है अतः किसानों की आर्थिक एवं शैक्षिक स्तर पर ध्यान दिया जाना अत्यंत आवश्यक हैl मुख्य रूप से उन्हें खेती में कौन से रसायन की कितनी मात्रा किस फसल पर प्रयोग करनी है अवश्य पता होना चाहिए क्योंकि फसलों पर किए जाने वाले जहरीले कीटनाशकों ना केवल सूक्ष्म जीव मरते हैं बल्कि जानवरों और इंसानों के स्वास्थ्य पर भी इसके विपरीत प्रभाव देखे गए हैंl अपनी समस्याओं से एक हद तक छुटकारा पाने के लिए विभिन्न एग्रीकल्चर अनुसंधानकर्ताओं द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कारगर साबित हो सकते हैं अतः पोषण एवं प्राकृतिक स्वास्थ्य विज्ञान संघ द्वारा ऐसे अनुसंधानकर्ताओं एवं स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सम्मान कर उनके कार्यों को समाज के समक्ष प्रस्तुत करने का कार्य इस सम्मान समारोह के माध्यम से किया जा रहा हैl स्वास्थ्य सम्मान समारोह के माध्यम से समाज में एक संदेश जाना चाहिए कि- स्वास्थ्य संरक्षण का कार्य सिर्फ चिकित्सक तक सीमित नहीं है अपितु जिस हवा में हम सांस लेते हैं जो भोजन हम करते हैं जिस जगह पर हम रहते हैं उसके स्वास्थ्य स्तर पर भी हमारा स्वास्थ्य निर्भर करता है अतः यह जिम्मेदारी भी सभी वर्गों सभी क्षेत्रों और सभी लोगों की है की समस्त वातावरण को शुद्ध एवं स्वच्छ रखने का प्रयास करेंl

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