माँ (तेरे नाम) ह्यूमैनिटी अवार्ड


-उत्कर्ष उपाध्याय
एक सांस्कृतिक कार्यक्रम AR फॉउंडेशन ने इंडिया कॉन्फ्रेंस सेंटर में 25 फरवरी को आयोजित किया।
AR फाउंडेशन इस कार्यक्रम के जरिये बहुत अच्छा एक संदेश समाज को दिया। ये संस्था सैदव समाज मे एक अच्छी और संस्कारवान संस्कृति को बढ़ावा देने वाले ,प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन कर ,समाज को जोड़ने और दिशा देने का प्रयास करती है। क्योंकि किसी भी देश का विकास तभी सम्भव है,जब उसके नागरिक एक बेहतर इंसान हो।

माँ के अस्तित्व को नकारने वाले लोगो के लिए ये कार्यक्रम एक आईना था कि जो औरत आपको ये दुनिया दिखाती है,आप उसी औरत को बुढ़ापे में सड़क पर ,वृद्धा आश्रमों में तिल-तिल मरने को , तड़पने को कैसे छोड़ सकते हो ? 

एक ज्वलंत विषय औऱ उसके समाधान के विषय में कुछ बुद्धिजीवीयों , ने अपने विचार रखे,कलम से और विचारों से।
इसी के साथ समाज सेवा, देश जो मानवता को ही अपना धर्म समझते है। कार्यक्रम में ऐसे 31 लोगों को सम्मान दिया गया । इनमें ह्यूमैनिटेरियन ऑफ द ईयर का अवार्ड समाजसेवी निधि कटारिया, योग गुरु मंगेश त्रिवेदी, समाजसेवी सविता राणा "भारती" को दिया गया।
मुख्य अवॉर्डीज में :-
राजेंद्र चौहान(वरिष्ठ पत्रकार, हरियाणा), समाजसेवी सुमन रावत(पावर विंग फॉउंडेशन , लखनऊ), पूनम खंगरोत (जयपुर), स्वाति सिंह(वाराणसी), तनुजा मिश्रा(वाराणसी), वर्षा गौर(अलीगढ़), मानसी प्रीत(लखनऊ), अंशु बग्गा(टांडा), पुनीत कुमार(पंजाब ), राजेश चौहान(हरियाणा), पत्रकार राम सिमर (हरियाणा), संतोष कुमार पांडेय(पत्रकार, लखनऊ), प्रिया सावंत (मोटिवेशनल स्पीकर , दिल्ली ), अर्चना शर्मा(जयपुर ) से मुख्य रहे।

सभी अपने अपने फील्ड(क्षेत्र) में,समाज के लिए बेहतरीन कार्य कर रहे हैं। मुख्य अतिथि के तौर पर समाजसेवी निधि कटारिया जी शामिल हुई। सेलिब्रिटी गेस्ट - नावनिधि.के. वाधवा रही ,गेस्ट ऑफ ऑनर गुणप्रीत खलोंन, विपिन गौर , मनमोहन ठाकुर आदि रहे। कार्यक्रम में माँ के नाम कई बेटियों ने ,माओं ने अपने भाव पुष्प समर्पित किये।

ऐसे आयोजन समाज की रीढ़ है, क्योंकि मानवीय मूल्य और प्रेम ही इस विश्व का एकमात्र परिचायक है ।मीडिया की महत्वपूर्ण भूमिका ने कार्यक्रम को चार चॉद लगा दिए। मीडिया पार्टनर के तौर पर कंट्री एन्ड पॉलिटिक्स , ऑफ ट्रैक न्यूज, हुंकार 24/7, PRI, INA, स्वत्रंत उजाला,रील लाइफ,सत्यबन्धु भारत, ने मुख्य भूमिका निभाई।

संस्था के आयोजक औऱ AR foundation का ये एक सार्थक प्रयास रहा । नीलिमा ठाकुर एवं रोहित प्रताप सिंह जी का एक अच्छा प्रयास ये कार्यक्रम रहा,कार्यक्रम में एसिड अटैक उत्तरजीवी(Survivor) मोहिनी गौरव कुमार ने अपनी बात रखी,उन्होंने कहा कि हम लोग क्यों अपना चेहरा छिपाए। जिन्होंने ये किया या जिनकी सोच ऐसी है,वो अपना चेहरा छिपाए। कार्यकम का विषय और रूपरेखा बहुत ही सुंदर और अद्भुत रही। समाज को ऐसे स्वस्थ और प्रेरणा दायक कार्यक्रमो की नितांत आवश्यकता है।

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