प्रवीण कुमार शर्मा
इस जमाने की मुस्कुराहट को बचाना चहाता हूँ
एड्स के दानव के बारे में आपको बताना चहाता हूँ
कभी भी कही भी बिन दस्तक दिये
आ सकता है आपके पास
अगर आ गया तो फिर न जायेगा
जायेगा तो जान भी ले जायेगा
घबराओ नही हम लड सकते है
अगर सब मान लो मेरी बात
सेक्स करेगें कोण्डम के साथ
अपने बच्चों से खुल कर करेगें सारी बात
हर एक को बताएगें इसके सारे राज
जानकारी में ही छुपी हैं इसकी जात
अगर तुम जान जाओगें तो बच जाओगें
नही तो जिन्दगीं भर पछताओगें
क्षण भर के भ्रमित मात्र सुख के लिए
क्या सारा जीवन गवाना हैं
समझना समझाना और बतलाना
हर महिला एक दूसरी महिला को बतायेगीं
घर जाकर पति और बच्चों को समझायगीं
हर कोई होगा जागरूक
सही जानकारी और सयंम के साथ
दानव को कर देगें हम भारत के बाहर
इस जमाने की मुस्कुराहट को बचाना चहाता हूँ
एड्स के दानव को भारत से भगाना चहाता हूँ ।
इस जमाने की मुस्कुराहट को बचाना चहाता हूँ
एड्स के दानव को भारत से भगाना चहाता हूँ
Volunteer at : Social Development Welfare Society (Regd. NGO)
A-64 Nirmala House Palam ext. Sec-7 Dwarka New Delhi-110075Labels: Inspiration, poem, Tips, Useful Informations, World AIDS Day