फिल्म निर्माता, निर्देशक दसारी नारायण राव का आकस्मिक निधन फिल्म जगत की अपूरणीय क्षतिः दयानंद वत्स

अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ एवं नेशनल मीडिया नेटवर्क फिल्म एवं टीवी फॉउंडेशन ट्रस्ट, नई दिल्ली के अध्यक्ष दयानंद वत्स ने तेलगू और हिंदी फिल्मों के मशहूर फिल्म निर्माता, निर्देशक, संवाद लेखक, अभिनेता ओर राज्यसभा सांसद दसारी नारायण राव के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए इसे भारतीय फिल्म जगत की अपूरणीय क्षति बताया है। स्वर्गीय श्री दसारी नारायण राव को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए श्री दयानंद वत्स ने उन्हें बहुमुखी प्रतिभा का धनी फिल्मकार बताया।उन्होने सैंकडों तेलगू और कुछ हिंदी फिल्में बनाईं। उनकी फिल्मों में अन्याय, भ्रष्टाचार और सामाजिक कुरीतियों पर जबरदस्त प्रहार होता था। सत्तर से अस्सी के दशक में राव ने संजीवकुमार और जीतेन्द्र के साथ फिल्म स्वर्ग नरक बनाई जो बाक्स आफिस पर कामयाब रही। जीतेंद्र चनके सबसे चहेते कलाकार थे और इसी कारण उनकी ज्यादातर फिल्मों के हीरो जीतेंद्र ही रहे। ज्योति बने ज्वाला फिल्म की कामयाबी.से जीतेंद्र का डगमगाता कैरियर संभला, बाद में प्यासा सावन, प्रेम तपस्या, हैसियत, सन्तान, सरफरोश जैसी कई.फिल्में उन्होने बनाई। उस समय के सुपर स्टार राजेश खन्ना को लेकर उन्होने आज का एम.एल.ए राम अवतार बनाई। रजनीकांत के साथ उन्होने वफादार बनाई। संगीतकार लक्ष्मीकांत प्यारेलाल उनके पसंदीदा थे और उनकी अधिकतर फिल्मों में लक्ष्मीकांत प्यारेलाल का ही संगीत रहा। राजेश रोशन भी उनके फेवरेट संगीतकार थे। श्री दयानंद वत्स के अनुसार दसारी नारायण राव का फिल्मजगत को दिया गया योगदान स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा। वे राज्यसभा सांसद और भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे। दो बार उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से भी नवाजा गया था। वे बेहद परिश्रमी, मृदुभाषी व्यक्तित्व के स्वामी थे।

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